कोहरे की चादर में घुल मिल गए प्रदूषण तत्वों के कारण आगरा की हवा सांस लेने लायक नहीं रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा सोमवार को जारी की गई एयर क्वालिटी इंडेक्स की रिपोर्ट में आगरा की हवा बेहद खतरनाक स्तर पर पाई गई।
ताजनगरी पर स्मॉग की चादर गहरा गई, जिसमें घातक प्रदूषक तत्व कार्बन मोनोक्साइड की मात्रा सामान्य से 38 गुना ज्यादा हो गई, वहीं बेहद सूक्ष्म धूल कण पीएम 2.5 की मात्रा सामान्य से आठ गुना ज्यादा हो गई। स्मॉग के कारण शाम को दृश्यता में भी कमी आई और आंखों में चुभन महसूस होना शुरू हो गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सूची के मुताबिक आगरा प्रदेश में सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में आठवें नंबर पर रहा। सबसे प्रदूषित शहर कानपुर रहा, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 437 पर है।